नई दिल्ली : एमएसएमई के केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कांग्रेस पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बारे में विघटन फैलाने का आरोप लगाया है और कहा है कि जो लोग भारत की स्वतंत्रता, एकता और वंदे मातरम नहीं मानते हैं, उन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सारंगी ने कहा, "जिन्होंने देश में आग लगाई, वे देशभक्त नहीं हैं। जो लोग भारत की स्वतंत्रता, एकता, वंदे मातरम को स्वीकार नहीं करते हैं, उन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें जहां भी जाना चाहिए, वहां जाना चाहिए।"
उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) कांग्रेस द्वारा किए गए "विभाजन के पाप का प्रायश्चित" करने का एक तरीका था। उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता अधिनियम को 70 साल पहले पारित किया जाना चाहिए था। यह अधिनियम पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में प्रवेश करने पर गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रयास करता है।
सारंगी ने कहा “सीएए 70 साल पहले होना चाहिए था। सीएए हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए पाप का प्रायश्चित करने का एक तरीका है, कुछ चुनिंदा नेता ... यह विभाजन के पाप के लिए प्रायश्चित है। और हमें इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई देना चाहिए। कांग्रेस ने पाप किया, और हम प्रायश्चित कर रहे हैं”।