देवों की भूमि - देवभूमि उत्तराखंड

Ashutosh Jha
0


पुरात्मक कहानियां है की सभी युग के देवता अपने दिनों में एक लंबी अवधि के लिए इस भूमि में रहे थे। पाँच पांडवों और विश्व-प्रसिद्ध ऋषि व्यास ने इस क्षेत्र को स्वर्ग का एक शीर्षक कहा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं देवभूमि की। बर्फीली चोटियाँ, अमृत की तरह छलकती नदियाँ, करोड़ों जानवरों की बस्ती; यह वास्तव में देवताओं द्वारा निर्मित एक स्वर्ग है। भारत की यात्रा के दौरान चीनी यात्री ह्वेन त्सांग ने अपने खातों में उत्तराखंड की सुंदरता की प्रशंसा की।

Also Read: चार धामों की सरंक्षक - माँ देवी धारी 

उत्तराखंड सदा से संतों, साधुओं, योगियों का महत्वपूर्ण स्थान रहा है; अब भी हजारों योगी, साधु मोक्ष की तलाश में इस भूमि पर घूमते हैं। शांत वातावरण का समागम, फड़फड़ाती हवाएं तपस्वियों के लिए योग करने के लिए एक आरामदायक वातावरण बनाती हैं। प्रत्येक यात्री इस स्वर्ग के हर कोने से बहने वाली हवाओं में पूरे राज्य को महसूस कर सकता है। आसमान को छूने वाले पहाड़, कभी न खत्म होने वाले पानी से भरी झीलें, गहरी घाटियाँ, गर्जना करने वाली नदियाँ और तीर्थ स्थल हर साल लाखों छुट्टी मनाने वाले,रोमांचकारियोंऔर तीर्थयात्रियों को आकर्षित करते हैं। वार्षिक उपयुक्त जलवायु इस राज्य को दुनिया भर में पर्यटकों और रोमांचकारियों का सबसे अच्छा स्थान बनाती है। यह यात्रियों के लिए एक स्वर्ग भी  है, जो यहां एड्रेनालाईन रश एडवेंचर्स की खोज में आते हैं।

Also Read:  मेरी माँ का दर ही सच्चा-श्यामा माई (Shyama Mai Temple) : Darbhanga Bihar

उत्तराखंड में कई एडवेंचर्स इलाके पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग, ट्रेकिंग, आइस स्केटिंग को एडवेंचर चाहने वाले आम लोगों तक पहुंचाते हैं। उत्तराखंड के प्रमुख आकर्षण ऋषिकेश-विश्व की योग नगरी / योग राजधानी, हरिद्वार- तीर्थ नगरी, देहरादून- द्रोण नगरी, नैनीताल- झील शहर, कौशानी- उत्तराखंड का स्विट्जरलैंड, मसूरी- पहाड़ियों की रानी, ​​आदि हैं। इन प्रसिद्ध आकर्षणों के अलावा भी, बहुत सारे अन्य स्थान हैं जहाँ पर्यटक प्रकृति का बेहद पास से आनंद ले सकते हैं। जैसे फूलों की घाटी, तुंगनाथ, धारी देवी, रुद्रनाथ, चोपता, चकराता, औली आदि।

Also Read: Ujjain Mahakaal Baba: आम श्रद्धालुओं से दूर हुए बाबा महाकाल

ये लेख अमित सिंह नेगी द्वारा दिया गया है। आप हमें अपने लेख मेल (Gmail) कर सकते है।



नोट: अनुचित लेख पब्लिश नहीं किये जायेंगे।  


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accepted !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top