नई दिल्ली: इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) द्वारा संचालित की जाने वाली तीसरी ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस, महाशिवरात्रि के दिन शुक्रवार से इंदौर से वाणिज्यिक रूप से शुरू की गई। इंदौर के बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने ढोल-नगाड़ों की पिटाई और बहुत धूमधाम के बीच फूल-सी बिछी ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
ट्रेन देश में भगवान शिव के तीन ज्योतिर्लिंगों (ओंकारेश्वर (इंदौर के पास स्थित), महाकालेश्वर (उज्जैन) और काशी विश्वनाथ (वाराणसी) को जोड़ती है। काशी-महाकाल एक्सप्रेस के वाराणसी जाने के दौरान इंदौर रेलवे स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों ने लाल झंडे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया।
रेलवे कर्मचारी संगठन के नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार वित्तीय लाभ के लिए निजी ऑपरेटरों को रेल बुनियादी ढांचा सौंपना चाहती है। काशी-महाकाल एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की यात्रा के दौरान हरी झंडी दिखाई।