नई दिल्ली।भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों संख्या 150 के पार पहुंच गई हैं। और अब तक तीन लोगों की इससे मौत हो गई हैं। चिकित्सा समुदाय इस पर अपनी पैनी नजर गड़ाए हुए हैं। हर कोई इस पर अध्ययन कर रहा हैं ताकि इस महामारी से निपटने के लिए पुरी तैयारी की जा सके।
चीन से फैले इस वायरस ने कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके लिए काफी शोध भी की जा रही है और शोध में पता चला है की पुरुषों को कोरोना वायरस से ज्यादा खतरा।
जी हाँ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने एक निजी न्यूज़ एजेंसी को बताया कि चिकित्सा समुदाय ने अब तक जिन आंकड़ों का अध्ययन किया है, उनमें यह प्रतीत होता है कि पुरुषों को महिलाओं के बजाय संक्रमित होने का अधिक खतरा है।
इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि आप इस वायरस को अपने पालतू जानवरों से प्राप्त नहीं करेंगे। साथ ही ये आपसे पालतू जानवर को होगा भी नहीं। यह मनुष्यों को संक्रमित करता है। फिलहाल, इस वायरस से लड़ने की क्षमता मनुष्य में ज्यादा नहीं पाई जा रही है।
उन्होंने तर्क दिया है की महिलाओं की तुलना में ज्यादा पुरुष संक्रमित हुए है।
इसके साथ ही वुहान में हुए एक अध्ययन से यह भी पता चला है कि A ब्लड ग्रुप वाले लोगों को ये वायरस ज्यादा प्रभावित करता हैं। एम्स प्रमुख ने कहा कि अभी भी इसका कारण अभी भी अज्ञात है। मुझे नहीं पता कि क्या यह महिलाओं की इम्युनिटी है जो की पुरुषों की तुलना में अच्छी है।
उन्होंने कहा कि चीन से जो आंकड़े आए हैं, उन पर शोध हो रही है। उनसे ये पता चलता है कि जिन लोगों को गंभीर बीमारी है, उनमे महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक हैं।इसके बाद उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि इस तरह के सभी तथ्यों के बारे में निश्चित होना अभी भी जल्दबाजी होगी, क्योंकि स्वास्थ्य समुदाय अभी भी प्रासंगिक डेटा एकत्र करने की प्रक्रिया में है।