आपको बता दे की कोरोना वायरस पूरी दुनिया में महामारी का रूप ले चुका है और भारत में भी इसे महामारी के रूप में देखा जा रहा है। । पूरी दुनिया में 5 हजार से भी ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आने से अपनी जान गंवा चुके हैं, और कई लोग अलग करके रखा गया है। भारत में भी इसके अभी तक 73 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है।इसी बीच में खबर आई है की बेंगलुरू में एक शख्स में कोरोना वायरस होने की पुष्टि होने के बाद हनीमून से लौटी पत्नी उसे छोड़कर अपने मायके भाग गई।
आपको बता दे की इटली से हनीमून मनाकर लौटी महिला पति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद इतने बुरी तरह दहशत में आ गई की वो उसे छोड़कर आगरा अपने मायके भाग गई। कहा जा रहा है की इटली से हनीमून मनाकर लौटने के बाद महिला के पति को वायरस के मामले में सकारात्मक पाया गया था, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसके साथ ही महिला को भी अलग करके रखा था।
इसी के बीच महिला वहां से भाग गई थी तथा फ्लाइट पकड़कर सीधे सबसे पहले दिल्ली पहुंची और उसके बाद ट्रेन से अपने मायके आगरा चली गई थी। जब ये बात प्रशाशन को पता चली तो बेंगलुरु से लेकर आगरा तक उनकी हालत बिगड़ गयी। आशंका जताई जा रही है कि कोरोना से पीड़ित महिला के संपर्क में आने से फ्लाइट और ट्रेन में उससे कई लोग संक्रमित हो गए होंगे, जिनकी पहचान करना मुश्किल होगा।
इतना ही नहीं हुआ जब आगरा में स्वास्थ्य विभाग को इसकी खबर मिल गयी तो वो जल्दीबाज़ी में महिला के घर पहुंच गए और उसकी जांच करने लगे। चूंकि महिला के पति को सकारात्मक पाया गया था इसलिए पत्नी को भी अलग करके रखा गया था। लेकिन आगरा में महिला अस्पताल जाने के लिए तैयार नहीं हुई और इसके लिए प्रशासन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जब महिला के घर पहुंचे तो वो परिवार के अन्य 8 परजिनों के साथ रह रही थी। इन सभी को अलग करने के फैसले पर परिजनों ने इसे मानने से इनकार कर दिया। महिला के पिता ने साफ तौर पर झूठ बोलते हुए कहा कि उनकी बेटी बेंगलुरु से वापस ही नहीं लौटी है। इसके बाद मौके पर जिला मैजिस्ट्रेट और पुलिस को बुलाया गया। तब पूरे परिवार को वहां से ले जाया गया।
आपको बता दें कि महिला की शादी इस साल फरवरी महीने में हुई थी। इसके बाद वो अपने पति के साथ हनीमून मनाने इटली, ग्रीस और फ्रांस गई थी, फिर वो दोनों 27 फरवरी को पहले मुंबई और फिर बेंगलुरु पहुंचे जहां पति को कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया था और दोनों को अलग वार्ड में भेज दिया गया था।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिया बड़ा बयान
महिला के इस तरह भागकर अपने घर आ जाने पर और फ्लाइट, ट्रेन समेत तमाम जगह पर संक्रमण फैलाने को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा कि महिला की इस गैर जिम्मेदाराना हरकत की वजह से कोरोना को फैलने से भगवान भी नहीं रोक सकता।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस से पीड़ित होने के बाद जिन दो लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को मोदी सरकार ने 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का फैसला किया है।