रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने सार्क देशों के नेताओं को संबोधित करते हुए कोरोना को हराने का मूलमंत्र दिया। पीएम मोदी ने कहा कि सभी सार्क देशों को सावधानी बरतनी की जरुरत है और साथ ही कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि इससे निपटने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
एक तरफ भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस से निपटने के लिए सार्क देशों को एकजुट करने में लगे हुए हैं उधर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। आपको बता दे की पाकिस्तान इस खतरनाक वायरस से निपटने में सहयोग करने की बजाय नापाक हरकतें करे जा रहा है। आपका जानना जरुरी है की रविवार को प्रधानमंत्री मोदी और सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान ने नापाक हरकत करते हुए कश्मीर बम फोड़ दिया।
लेकिन आपको बता दे की इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुद शामिल नहीं हुए थे। बल्कि उनकी जगह पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हिस्सा लिया था। इसी दौरान पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोरोनो वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर में सभी प्रतिबंध हटाए जाने चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में भी कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने कहा की कोविद-19 आज के समय में सबसे खतरनाक बीमारी बन चुका है। कोरोना वायरस के 155,000 मामले सामने आ चुके हैं। 5,833 लोगों की मौत हो गयी है। 138 देशों में यह पहले ही फैल चुका है। हमें हर तरीके से कोरोना वारयस से निपटने के लिए तैयार होना ही होगा।
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की हमें इससे निपटने के लिए तैयार रहना ही होगा। उठाये जाने वाले सुरक्षात्मक कदम ही अब इससे बचा सकते हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रखे हुए हैं। एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर नजर रखी जा रही है। स्क्रीनिंग की जा रही है। सामूहिक जुटाव पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। एकसाथ मिलकर हम चुनौतियों से निपट लेंगे।
भारत इस फंड के लिए एक करोड़ अमेरिकी डॉलर के कंट्रीब्यूशन के साथ प्रारम्भ कर सकता है
आपका जानना जरुरी है की पीएम मोदी ने सार्क देशों से जानकारी साझा कि की कैसे भारत विदेशों से करीब 1400 भारतीय को सुरक्षित वापस लेकर आया और जनवरी से ही एहतियात और जांच शुरू कर दिया था।
कोरोना वायरस के खतरे पर सभी सार्क देशों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा की मेरा प्रस्ताव है कि हम COVID-19 इमरजेंसी फंड बनाएं। यह हम सभी के अपनी इच्छा से योगदान पर आधारित हो सकता है। भारत इस फंड के लिए एक करोड़ अमेरिकी डॉलर के कंट्रीब्यूशन के साथ प्रारम्भ कर सकता है।