"राम मंदिर बनाया जा रहा है" यह खबर आप सब ने सुनी और देखी होगी। पीएम मोदी भी भूमि पूजन के लिए अयोध्या गए थे। इससे पहले राम मंदिर के डिज़ाइन भी देखा गया था। लेकिन क्या आपको पता है मस्जिद बनाने के लिए भी भूमि दी गयी थी जिसकी भी तैयारियां चल रही है।
जी हाँ मस्जिद के लिए पांच एकड़ के भूखंड की पेशकश की गयी थी। आपको बता दे इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने आज अयोध्या में पांच एकड़ के भूखंड पर बनने वाली मस्जिद और अस्पताल के डिजाइन का अनावरण किया।
धन्नीपुर में बनने वाली यह मस्जिद दो मंजिला होगी। इसका निर्माण कार्य दो वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है। अब इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन नक्शा पास होने और स्वायल टेस्टिंग के हिसाब से मस्जिद के निर्माण की तारीख तय करेगी। विशाल परिसर में मस्जिद के अलावा म्यूज्यिम, एक अस्पताल, लाइब्रेरी और कम्युनिटी किचन बनाया जाएगा।
अंडाकार वाली इमारत मस्जिद की है और दूसरी इमारत में बाकी सुविधाओं के लिए जगह दी जाएगी। इसमें कितना खर्च आएगा, यह फिलहाल बताना मुश्किल है। ट्रस्ट ने बताया कि परिसर में जो मजार मौजूद है, उसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। विशाल मस्जिद में सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के आर्किटेक्ट विभाग के प्रोफेसर एसएम अख्तर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पत्रकारों के सामने इसका मॉडल जारी कर दिया।
जागरण न्यूज़ पोर्टल अनुसार मस्जिद में महिलाओं के लिए अलग से जगह दी जाएगी। मस्जिद में करीब दो हजार
लोग एक साथ नमाज पढ़ सकेंगे। मस्जिद में बनने वाले अस्पताल में 200 बेड की
व्यवस्था रहेगी। इसको सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल का दर्जा दिलाया जाएगा।
मस्जिद में ऐसा मेटेरियल इस्तेमाल होगा जिससे इसकी उम्र अधिक समय की हो।
जब अयोध्या भूमि विवाद मामले पर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा फैसला आया था उसके बाद यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा IICF का गठन किया गया था।