सीरम इंस्टिट्यूट ने इस पर कहा की हमारी वैक्सीन से ऐसा कोई दुष्प्रभाव नहीं हुआ है और यह कंपनी को बदनाम करने की साजिश है। कंपनी ने इस पर एक्शन लेने की भी बात कही है। भारत में तीन वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है जिसमे कोवैक्सीन पर सभी की सबसे ज्यादा नज़र और उम्मीद है। कोवेक्सिन अपने आखरी चरण के ट्रायल कर रही है जो जल्द पूरी हो जायेगी। इतना ही नहीं जायडस काडिल्ला की भी वैक्सीन तीसरे चरण का ट्रायल शुरू करने वाली है।
एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा की भारत में, अब हमारे पास टीके हैं जो उनके अंतिम परीक्षण चरण में हैं। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक या अगले महीने की शुरुआत में हमें भारतीय नियामक अधिकारियों से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्राप्त करना चाहिए ताकि जनता को वैक्सीन देना शुरू किया जा सके।
आपको बता दें कि भारत में वर्ल्डोमीटर वेबसाइट के अनुसार 95 लाख केस हो चुके है। इसमें से लगभग 4 लाख एक्टिव केस है और लगभग 89 लाख लोग इस बीमारी को मात दे चुके है और लगभग एक लाख 38 हज़ार लोग अपने जीवन को खो चुके है।
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भारत सरकार ने वैक्सीन किसे सबसे पहले मिले इसकी पूरी तैयारी कर रखी है। आपको बता दे वैक्सीन लगाने के बाद भी लोगो को कोविद के नियमो का पालन करना ही पड़ेगा। लोगों को सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करना होगा। जब तक हर कोई बीमारी से लड़ने में सक्षम नहीं होगा तब तक को हराना मुश्किल होगा।
In India, we now have vaccines which are in their final trial stage. Hopeful that by the end of this month or early next month we should get emergency use authorisation from Indian regulatory authorities to start giving vaccine to public: Dr Randeep Guleria, Director,AIIMS Delhi pic.twitter.com/rk3HllDAYp
— ANI (@ANI) December 3, 2020