इन्हीं कयासों को हवा देने का काम लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के एक बयान ने किया. दरअसल उन्होंने साफ कहा है कि "सरकार बनाएंगे, खेल होगा, हमारी नीतीश जी से सीक्रेट बात हुई है. साथ ही तेज प्रताप ने यह भी कहा कि हमने नीतीश कुमार के लिए पहले नो एंट्री का बोर्ड लगा रखा था, लेकिन अब उन्हें हमने एंट्री दे दी है. अब वह आए हैं तो सरकार भी बनेगी।" इस कार्यक्रम में चिराग पासवान में शामिल हुए, राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से चिराग और नीतीश कुमार के बीच गहमागहमी की खबरें आ रही थी, जिसमें कल पूर्ण विराम लगता हुआ नजर आया।
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. जो लोग चिराग को नीतीश पर हमले करते देखते आए हैं, वे इस दृश्य को देखकर शायद ही अपनी आखों पर विश्वास कर पाए होंगे। आप तस्वीरो में देख सकते हैं, यह कैसे एक दूसरे के राजनीतिक विरोधी माने जाने वाले एक साथ बैठे हुए हैं। इस घटना के बाद उम्मीद के अनुरूप सोशल मीडिया पर कयासों का दौर शुरू हो गया. लोग इसे बिहार में बड़े राजनीतिक उलटफेर का संकेत बताने लगे।
इस बात की उम्मीद की जा सकती है यह मेल मिलाप भाजपा के लिए बिहार में राजनीतिक संकट का एक पूर्वानुमान है।
हालांकि लोकतंत्र में किसी भी तरह की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता है, यहां पल-पल नए समीकरण बनते और बिगड़ते रहते हैं। अब भविष्य में बिहार में कैसे भी उठापटक या उलटफेर हो, हम बस यही चाहते हैं कि बिहार के लोगों का भला हो, उनकी उन्नति हो और प्रदेश तरक्की करें।