प्रधानमंत्री की हिम्मत नहीं चीन को कुछ बोल सके
बता दें कि तेजस्वी यादव ने बुलडोजर अभियान पर तंज कसते हुए कहा कि चीन ने हमारी सीमा में दो गांव बसा लिए, लेकिन बुलडोजर तो दूर इनकी हिम्मत नहीं कि उसके बारे में दो शब्द भी बोल सकें। बुलडोजर सिर्फ जाति-धर्म देखकर ही चलाएंगे, या राष्ट्र की एकता, अखंडता व संविधान की भी चिंता करेंगे। अगर अवैध निर्माण है तो इतने वर्षों तक शासन-प्रशासन क्या कर रहा था?
नितिन नवीन ने तेजप्रताप को दी चेतावनी
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Nitin Navin) ने तेज प्रताप यादव के इस ट्वीट पर उन्हें चेतावनी देते हुए ऐसे ट्वीट न करने की सलाह दी । आगे मंत्री ने कहा कि अभी तो उनकी पार्टी ने उन्हें दरकिनार किया है। बिहार में भी उनको दरकिनार कर दिया जाएगा। आरजेडी में तो खुद हाशिये पर हैं। हताशा-निराशा में वे ऐसे शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि ऐसा न बोलें। देश के प्रधानमंत्री के लिए क्या शब्द होने चाहिए इसका न तो उन्हेंं सामाजिक ज्ञान है और न घर में उन्हें ऐसे संस्कार दिए गए हैं।
बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने भी साधा निशाना
बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि जो ज्ञान के अभाव में अनाप-शनाप बोलते रहते हैं वे समाज में दया के पात्र होते हैं। उन्हें पता नहीं कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई की गई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उसपर रोक लगी है। कुछ लोगों को सूर्य पर थूकने की आदत होती है जिसका छींटा उन पर ही पड़ता है।
जेडीयू के प्रवक्ता ने भी तेज प्रताप को घेरा
जेडीयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि ऐसा बयान पहली बार का नहीं है। पीएम या सीएम पर इस तरह के बयान तेज ब्रदर्स देते रहते हैं। पीएम भले ही किसी दल से जुड़े हों, लेकिन वह देश के प्रधानमंत्री हैं। वह सभी के लिए आदरणीय हैं।
तेजप्रताप के बचाव में आई आरजेडी
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने महंगाई का हवाला देते हुए कहा, बीजेपी को यह बताना चाहिए कि आखिर ये बुलडोजर बेरोजगारी, महंगाई, भुखमरी और अपराध पर कब चलाएंगे? कोर्ट ने जब कार्रवाई पर रोक लगाईं थी फिर भी बुलडोज़र चले। ऐसे में सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं।