क्या आप भी आधार कार्ड की फोटोकॉपी आसानी से दूसरों के साथ शेयर कर देते हैं। यदि हाँ तो अब आप संभल जाइए क्योंकि भारत सरकार ने नयी एडवाइजरी जारी की है जिसमें भारतीय नागरिकों से आधार कार्ड की फोटोकॉपी साझा करने से बचने को कहा गया है।लेकिन उसके बाद एक क्लैरिफिकेशन नोटिफिकेशन भी सरकार के द्वारा आया। लेकिन उससे पहले एडवाइजरी के बारे में जानते है।
नकाबपोश आधार
भारत सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "अपने आधार की एक फोटोकॉपी किसी भी संगठन के साथ साझा न करें क्योंकि इसका दुरुपयोग किया जा सकता है।
वैकल्पिक रूप से, कृपया एक नकाबपोश या छुपा हुआ आधार का उपयोग करें जो आपके आधार संख्या के केवल अंतिम चार अंक प्रदर्शित करता है।"
अगर आप इस तरह के संस्करण को डाउनलोड करना चाहते हैं तो यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर "क्या आप एक नकाबपोश आधार चाहते हैं" विकल्प का चयन कर सकते हैं।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, होटल और फिल्म हॉल जैसी बिना लाइसेंस वाली निजी संस्थाओं को आपके आधार कार्ड की फोटोकोपियाँ एकत्र करने या रखने की अनुमति नहीं है।
वैध उपयोगकर्ता लाइसेंस
लेकिन भारत सरकार के अनुसार केवल वे संगठन जिन्होंने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण से उपयोगकर्ता लाइसेंस प्राप्त किया है, वे किसी व्यक्ति की पहचान स्थापित करने के लिए आधार का उपयोग कर सकते हैं।"किसी भी संगठन के साथ आधार कार्ड साझा करने से पहले, भारतीय नागरिकों को यह सत्यापित करना चाहिए कि क्या उसके पास यूआईडीएआई से प्राप्त वैध उपयोगकर्ता लाइसेंस है।
इन बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखें
1. लोगों को अपने आधार कार्ड डाउनलोड करने के लिए सार्वजनिक कंप्यूटर का उपयोग करने से बचें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो कृपया सुनिश्चित करें कि आप उस कंप्यूटर से ई-आधार की सभी डाउनलोड की गई प्रतियों को स्थायी रूप से हटा दें।"
2. किसी भी आधार कार्ड नंबर को ऑनलाइन सत्यापित करने के लिए लोग myaadhaar.uidai.gov.in/verifyAadhaar पर जा सकते हैं और ऑफ़लाइन सत्यापन के लिए, वे ई-आधार या आधार पत्र या आधार पीवीसी कार्ड पर क्यूआर कोड को एमआधार मोबाइल में क्यूआर कोड स्कैनर का उपयोग करके स्कैन कर सकते हैं।
सरकार ने विज्ञप्ति ली वापिस
एक और महत्त्वपूर्ण बात ये है की सरकार ने हाल ही में यूआईडीएआई की उस सलाह को वापस लिया जिसमें तत्काल प्रभाव से आधार की फोटोकॉपी साझा नहीं करने का सुझाव दिया गया था .
आधार ने ट्वीट कर लिखा "आधार धारकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने आधार नंबर का उपयोग और साझा करने में सामान्य विवेक का प्रयोग करें। गलत व्याख्या की संभावना को देखते हुए पूर्व में जारी प्रेस विज्ञप्ति को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है।"
#Aadhaar holders are advised to exercise normal prudence in using and sharing their Aadhaar numbers.
— Aadhaar (@UIDAI) May 29, 2022
In view of possibility of misinterpretation the press release issued earlier stands withdrawn with immediate effect.https://t.co/ChmbVs8EjJ@GoI_MeitY @PIB_India
इस पर एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा "आधार फोटोकॉपी साझा नहीं करने पर एडवाइजरी जारी करने के 48 घंटे बाद, भारत सरकार ने इसे वापस ले लिया !! अब कहते हैं बस 'सामान्य विवेक' का प्रयोग करें! बहुत खूब! पहले सिस्टम में दहशत पैदा करें, फिर दावा करें कि इसका गलत अर्थ निकाला गया, अब इसे वापस लें! क्लासिक हाँ मंत्री: क्या बाएँ हाथ को भी पता है कि दाएँ क्या कर रहा है?"
48 hours after issuing advisory on NOT sharing Aadhar photocopy, GOI WITHDRAWS it!! Now says just exercise ‘normal prudence’! Wow! First create panic in system,then claim it’s misinterpreted, now withdraw it! Classic yes minister: Does left hand even know what right is doing? 🙏
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) May 29, 2022
एक यूजर ने लिखा " सरकार तब: आधार 100% सुरक्षित है। हर चीज को अपने आधार से लिंक करें।
सरकार अभी: अपना आधार सभी के साथ साझा न करें। यदि आवश्यक हो तो इसे मास्क करें।
सरकार कुछ क्षण बाद: ठीक है, हम पिछली प्रेस विज्ञप्ति को वापस ले रहे हैं। सब अपना-अपना देख लो।
अबकी बार, अनजान सरकार।"
Govt then: Aadhar is 100% safe. Link everything with your Aadhar.
Govt now: Don't share your Aadhar with everyone. Mask it if you must.
Govt a few moments later: Ok, we're withdrawing the earlier press release. Sab apna-apna dekh lo.
Abki baar, clueless sarkar.
— PuNsTeR™ (@Pun_Starr) May 29, 2022क्या और क्यों है आधार कार्ड?
आधार कार्ड एक बायोमेट्रिक पहचान पत्र है जो 1 बिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ दुनिया के सबसे बड़े डेटाबेस का सबूत है। ये भारत के डिजिटल दुनिया का सरताज है ।
ये आज के भारतीयों के लगभग हर कामों में जैसे की बैंक खातों तक पहुँचने, करों का भुगतान करने, सब्सिडी प्राप्त करने, मोबाइल नंबर प्राप्त करने, संपत्ति के सौदे को निपटाने और विवाह को पंजीकृत करने सहित कई और जरुरी कामों के लिए प्रयोग होता है।
ऐसे में एक असमंजस की स्थिति तो है ही लेकिन उम्मीद है आप अपने विवेक का प्रयोग करेंगे।हो सके तो कम ही आधार का प्रयोग करें।सरकारी काम के अलावा किसी और निजी संस्थानों के काम में आधार का उपयोग कम करने की कोशिश करें।