एशियन न्यूज इंटरनेशनल को क्षेत्र के निवासियों ने बताया की, "कई पानी के टैंकर आते हैं लेकिन यहां एक पानी का बोर हमारा सहारा है। अगर यह यहां नहीं होता, तो भगवान जाने क्या होता।"
एक महिला, भानमती कहती है, "अगर हमारी बारी आने तक टैंकरों में पानी खत्म हो जाता है तो हमें कुछ नहीं मिलता है। सिर्फ झगड़े होते हैं।"
दिल्ली के कई इलाकों में जल संकट का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि यमुना नदी सूखने के कगार पर है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हरियाणा दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ रहा है। जल संकट के बीच सत्येंद्र जैन हरियाणा द्वारा छोड़े गए पानी का निरीक्षण करने के लिए वजीराबाद बैराज पहुंचे ।
Visited Wazirabad Barrage to inspect raw water discharged by Haryana. Haryana is not releasing Delhi's fair share of water. Yamuna's water level has fallen from 674.5ft to 669ft i.e. a fall of 5.5ft (above sea lvl). Hence, water production in our WTP is reduced by 60-70 MGD. pic.twitter.com/uxCzDnR0GG
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) May 17, 2022
उन्होंने ट्वीट किया "हरियाणा दिल्ली का उचित हिस्सा पानी नहीं छोड़ रहा है। यमुना का जलस्तर 674.5 फीट से गिरकर 669 फीट यानी 5.5 फीट (समुद्र तल से ऊपर) गिर गया है। इसलिए, हमारे WTP में पानी का उत्पादन 60-70 MGD (sic) तक कम हो जाता है।"
#WATCH | Delhi: People chain their water cans as they collect water from water tanks as well as water bore amid a deepening water crisis in parts of the national capital.
— ANI (@ANI) May 17, 2022
Visuals from Kusumpur Pahari, Vasant Vihar. pic.twitter.com/XVorfIvJ3N