क्या आश्विन को तीसरे नंबर पर बैटिंग करवाने का निर्णय सही था? ये सवाल मैच के बाद पूछा जाने लगा। कुछ लोग इसके पक्ष में थे और कुछ इसके पक्ष में नहीं थे।
Also Read : KPL विराट कोहली को टूर्नामेंट खेलने या भाग लेने के लिए आमंत्रित करेगा
राजस्थान की बैटिंग में गहराई नहीं थीराजस्थान रॉयल्स की बैटिंग की बात करें तो शिमरोन हेटमायर राजस्थान की टीम के एक महत्वपूर्ण बैट्समैन थे। अंतिम ओवरों में राजस्थान के रन रेट को बरकरार रखने का काम शिमरोन हेटमायर ने ही किया है। परन्तु शिमरोन हेटमायर को अपने घर पारिवारिक कारणों की वजह से लौटना पड़ा। ये अभी साफ़ नहीं है की वह वापिस राजस्थान के लिए इस साल खेलेंगे या नहीं। राजस्थान ने दिल्ली के खिलाफ मैच में काफी कम बैट्समैन खिलाए थे।जब राजस्थान के 6 विकेट गिरे जिसमे से एक आश्विन का भी था के बाद क्रीज़ पर ट्रेंट बोल्ट थे, इससे आप समझ सकते हैं की राजस्थान की बैटिंग में गहराई नहीं थी।
Also Read : सीएसके बनाम एमआई के दौरान एमएस धोनी की अपील के बाद अंपायर ने बदला फैसला
बाकि के बल्लेबाज़ों की बात करें तो जोस बटलर के आउट के बाद दिल्ली का खेमा काफी खुश था क्योंकि जोस अकेले ही एक बेहतरीन शुरुआत देते थे और दस ओवर तक तो कम से कम पारी को ताबतोड़ बनाये रखते थे।जोस बटलर के बाद राजस्थान के पास पॉवरप्ले में विकेट न गिरे इस चीज़ को करने के लिए देवदत्त पडिकल थे पर देखा जाए तो देवदत्त पडिकल फॉर्म में नहीं चल रहे थे।इस वजह से विकेट न गिरे और रन भी बनते रहे आश्विन को पहले भेजा गया।
एक्सपर्ट्स ने क्या कहा ?
एक्सपर्ट्स का मानना था की बल्लेबाज़ों को अपनी बल्लेबाज़ी पर भरोसा होना चाहिए।संजू सेमसन को आश्विन की जगह आना चाहिए क्योंकि अगर संजू 10 गेंदें खेलें तो उसके बाद वो सेट हो जातें है और एक अच्छी ताबड़तोड़ शुरुआत दे सकते हैं।जब पडिकल ने ताबरतोड़ शुरुआत की तब ये कहा जाने लगा की ये पिच बैटिंग के लिए अच्छी है।संजू सैमसन को पहले आना चाहिए था।
Also Read : Ricky Pointing ने Delhi Capitals को लेकर दिया बयान
आश्विन की पारी
अगर आश्विन के खेल की बात करें तो आश्विन ने आते ही अच्छे शॉट्स लगाएं। उन्होंने चौंकों से दिल्ली को खेमें को परेशान किया। अश्विन ने दो छक्कों और 4 चौंकों के साथ 38 गेंदों में 50 रन बनाये। अश्विन और यशश्वी जैस्वाल के बीच 43 रन की पार्टनर शिप हुई उसके बाद यशश्वी जैस्वाल अपना कैच देकर आउट हो गए।इसके बाद देवदत्त पडिकल के साथ उन्होंने अपनी साझेदारी बनायीं।
अगर देखा जाए तो आश्विन को जिस काम के लिए भेजा गया था उसे उन्होंने पूरा किया था। राजस्थान आखरी ओवर में बड़ा स्कोर खड़ा करने में कामियाब नहीं हो पायी थी। लेकिन हार की वजह सिर्फ आखिरी ओवर में रन न बनना ही नहीं था बल्कि फील्डिंग में गुणवत्ता की कमी भी थी।
अंत में दिल्ली ने राजस्थान को हरा कर अपना प्ले ऑफ्स का सफर जारी रखा हुआ है।वहीँ राजस्थान प्लेऑफ में जगह बना चुकी है और बस स्थान की लड़ाई है।
अश्विन ने बताया टीम का प्लान
अश्विन ने मैच के बाद कहा, "सीजन से पहले ही मुझे बता दिया गया था कि बल्लेबाज के रूप में मुझे ऊपरी क्रम में भेजा जाएगा। हमने कुछ अभ्यास मैच भी खेले थे, जिनमें मैंने पारी की शुरुआत की थी।"