बेंगलुरू स्थित एक उद्यम ने एक मजबूत सामरिक बैटरी को बनाया है जिसे अब वह यूरोप में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो-Nato) Forces को बेचने की योजना बना रहा है। इस बैटरी का वजन एक दो नहीं पूरे के पूरे 14 किलो का है।
यूरोप के सैन्य बलों को रक्षा और ऊर्जा उपकरणों की आपूर्ति करने वाली सबसे बड़ी वितरक एम2एम फैक्टरी एंड एएमजी प्रो ने भारत की प्रवेग के साथ मिलकर देश में टैक्टिकल बैटरियों का विनिर्माण कर रही है।
कंपनी ने एक बयान में बताया कि प्रवेग ‘फील्ड पैक’ की आपूर्ति रक्षा क्षेत्र के विनिर्माताओं को की जाएगी।
प्रवेग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा, ‘‘इन बैटरियों को भारत में ही डिजाइन किया गया है और बनाया गया है। यह आपूर्ति भारत के रक्षा परिदृश्य में बड़ा बदलाव लेकर आएगी और भारत का उद्योग उपयोगकर्ता से विकास करने वाले और आयातक से निर्यातक की दिशा में बढ़ेगा।’’
बयान में कहा गया कि प्रवेग का फील्ड पैक आधुनिक सैनिकों को उनके उपकरण के लिए इतनी ऊर्जा देगा जिससे एक मैकबुक को 60 बार चार्ज किया जा सकता है।
प्रविग फील्ड पैक (Pravaig field pack) क्या है?
यह एक heavy-duty वाला पावर बैंक है जो पोर्टेबल है और इसका वजन 14 किलोग्राम है। यह डिजिटल रूप से जुड़े आधुनिक सैन्य और विशेष बलों के कर्मियों के लिए बहुत उपयोगी है, जिन्हें सैन्य उपकरणों का उपयोग करते हुए उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में काम करना पड़ता है, जिन्हें निरंतर पावर बैक-अप की आवश्यकता होती है।
इन बैटरियों को भारत में डिजाइन, इंजीनियर और निर्मित किया गया है। यह आपूर्ति भारत के रक्षा परिदृश्य में एक प्रमुख बदलाव का प्रतीक है।
फील्ड पैक का उपयोग सैन्य व्यक्ति के फील्ड कर्तव्यों को सक्रिय करने के लिए किया जा सकता है और इसका उपयोग रिमोट सेंसर को तैनात करने के लिए किया जा सकता है।
इस शक्तिशाली सामरिक बैटरी का उपयोग ड्रोन जैसे बड़े सैन्य उपकरणों को संचालित करने के लिए भी किया जा सकता है और यह सामरिक संचालन में समन्वय करने में भी मदद कर सकता है जिसमें कई हथियार प्रणालियां शामिल हैं। भारत के स्टार्टअप द्वारा किया गया यह खोज अपने आप में अकल्पनीय है।