उन्होंने आगे कहा की जब भी मुझे सदन में अवसर मिलता है, मैं हिंदी में बोलता हूं। क्योंकि देश को सुनना चाहिए कि मैं क्या कहना चाहता हूं, यह देश की भाषा है। हिंदी ही एकमात्र ऐसी भाषा है जिसकी स्वीकार्यता है और पूरे देश में बोली जाती है। अपनी बात को घर तक पहुंचाने के लिए शिवसेना नेता ने यह भी कहा कि हिंदी फिल्म उद्योग देश और दुनिया में प्रभावशाली है। इसलिए किसी भी भाषा का अपमान नहीं किया जाना चाहिए। नेता संजय राउत ने ये भी कहा की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए कि सभी राज्यों में एक भाषा होनी चाहिए। एक देश, एक संविधान, एक निशान और एक भाषा होनी चाहिए।
उन्होंने महाराष्ट्र का ज़िक्र करते हुए ये भी कहा की कुछ लोग महाराष्ट्र में माहौल खराब करना चाहते हैं, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को बदनाम करना चाहते हैं और राज्य (सरकार) को अस्थिर करना चाहते हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव जी ठाकरे इन सबका मुंहतोड़ जवाब देंगे।" संजय राउत ने एक सवाल का जवाब देते हुए यह भी कह दिया कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे एकमात्र 'हिंदुहृदय सम्राट' थे, हैं और रहेंगे।