![]() |
Reference Image of Nuclear Test |
Also Read : चीन ने हजारों उइगरों को हिरासत में लिया है? |
Also Read : भारत को रूस के साथ नहीं देख सकता अमेरिका
हालांकि हम आपको बता दें की यह एक शांतिपूर्ण परीक्षण था और इसके बाद ही भारत ने उन राष्ट्रों की एक छोटी सूची में प्रवेश किया था जो परमाणु परीक्षण कर चुके थे। आज ही के दिन भारत ऐसा करने वाला दुनिया का छठा देश बन गया था।
जब यह ऑपरेशन सफल हुआ तो भारत परीक्षण आयोजित करने के कारण संयुक्त
राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के पांच स्थायी सदस्यों के अलावा पहला
देश बन गया।
यह परीक्षण भारत के परमाणु अनुसंधान संस्थान यानि की भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) जो बार्क के नाम से भी प्रसिद्ध है के तत्कालीन निदेशक राजा रमन्ना की देखरेख में किया गया था।
Also Read : कैसे यूक्रेन की सेना अमेरिकी हथियारों और प्रशिक्षण के साथ पाकिस्तान से बेहतर लड़ रही है?
अब
आपके मन में सवाल आया होगा की इसका नाम स्माइलिंग बुद्धा क्यों रखा गया
होगा तो हम आपको बता दें की यह ऑपरेशन उस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा पर आयोजित
किया गया था इसलिए इसको 'स्माइलिंग बुद्धा' कहा गया। ये भी कहा जाता है की डॉ रमन्ना ने तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से परीक्षण के बाद "बुद्ध मुस्कुराए हैं" कहा था।
Also Read : ये खबर सुनकर Pakistan के साथ-साथ China की भी नींद उड़ जाएगी
इस
परमाणु परिक्षण की योजना 7 सितंबर, 1972 को शुरू हुई थी और उस समय
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने BARC के वैज्ञानिकों को स्वदेशी रूप
से डिजाइन किए गए परमाणु उपकरण को विस्फोट करने के लिए कहा था।
Also Read : ब्रिटिश सुरक्षा थिंक टैंक ने भारत पर प्रतिबन्ध लगाने की बात कही