अग्निपथ स्कीम को लेकर के जो प्रदर्शन हो रहे हैं उसमें प्रदर्शनकारियों की सबसे बड़ी मांग है कि अग्निपथ स्कीम को वापस लिया जाए। लेकिन प्रदर्शन कर रहे छात्रों से सेना के शीर्ष अधिकारी ने कहा है की 'अग्निपथ की तैयारी शुरू करें, समय बर्बाद करना बंद करें'।
इसी बीच कई नेता भी अपने बयान दे रहे है इसी में बीजेपी नेता और पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने प्रदर्शनकारियों को फटकार लगाया उन्होंने अपने बयान में कहा जिसको सेना में आना है वो आओ जिसको स्कीम नहीं पसंद मत आओ आपको बोल कौन रहा है आने के लिए, हमारे यहां अनिवार्यता नहीं है। आप बसे जला रहे हो, ट्रेन जला रहे हो, आपको किसी ने बोला हम आपको फ़ौज में लेंगे। पहले आप हमारे मापदडों पर खड़े उतरेंगे तब हम आपको फ़ौज में लेंगे।
सिंह आगे कहते है "कोरोना महामारी के चलते भर्ती दो साल तक नहीं हो सकी थी। सरकार ने कहा है की साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं के लिए ये योजना है जिसे हम अब 23 वर्ष की आयु कर रहे है जिसका मतलब है ये है अगर कोई व्यक्ति जिसके यदि पिछले दो वर्ष छूट गए वो अब आ सकता है वो अब भी इसमें भाग लेने के योग्य है।"
उन्होंने आगे कहा "यह एक स्वैच्छिक योजना है। भारतीय सेना एक स्वैच्छिक सेना है। हम सैनिकों की भर्ती नहीं करते हैं।"