उदयपुर में ग्राहक बनकर आए एक विशेष समुदाय के व्यक्ति ने जो किया उस की चौतरफा आलोचना हो रही है। कन्हैया लाल दर्जी का काम करते थे, अपनी कलाकारी से लोगों के तन रखते थे। उन्हें क्या पता था कि एक दिन कोई कपड़े सिलवाने के बहाने आएगा और उन्हें ही कफन पहना कर चला जाएगा।
जिस ग्राहक को भारतीय संस्कृति में भगवान का दर्जा दिया जाता है उसी ग्राहक ने पल भर में सब कुछ छीन लिया। हम यह नहीं कहते कि सभी एक जैसे होते हैं। देश में सभी मिलजुल कर रहते हैं और रहेंगे भी लेकिन उचित यही होगा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। ऐसी घटना सिर्फ समाज में जहर फैलाने का काम करती हैं। शांति और सद्भाव में ही हमारी उन्नति है और देश की उन्नति है।
अब इस मुद्दे पर राजस्थान की पूर्व सीएम और भाजपा नेता वसुंधरा राजे का बयान सामने आया है उन्होंने कहा है " उदयपुर की हत्या भयानक है, यह आतंकवाद है। यह राजस्थान की संस्कृति नहीं है। ऐसी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई। यह महत्वपूर्ण है कि हम न केवल आरोपियों को बल्कि उन लोगों और संगठनों को भी पकड़ें जो उनके पीछे हैं।"
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे "उदयपुर हत्याकांड की घटना की खबर सुनकर हर कोई आहत है। अगर ऐसे आपराधिक तत्वों के खिलाफ पहले कार्रवाई होती तो इसे रोका जाना चाहिए था। उनका हौसला नहीं बढ़ाया जाता लेकिन अब हदें पार कर दी गई हैं।