हमारे देश में हजारों सालों से संतों और ऋषियों को समाज का पथ प्रदर्शक कहा जाता है। पथ प्रदर्शक वह होता है जो सही रास्ते पर चलने के लिए समाज को प्रेरित करें। उसे सही रास्ता दिखाएं इसी कड़ी में देवकीनंदन ठाकुर जी भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान कहा "अगर यह नहीं किया तो मंदिरों में पूजा नहीं कर पाएंगे हिंदू" अब इसका क्या अर्थ है वीडियो में देख कर समझे। उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसी का बुरा नहीं करना अपने धर्म की रक्षा करनी है।
हमारे देश में हजारों सालों से संतों और ऋषियों को समाज का पथ प्रदर्शक कहा जाता है। पथ प्रदर्शक वह होता है जो सही रास्ते पर चलने के लिए समाज को प्रेरित करें। उसे सही रास्ता दिखाएं इसी कड़ी में देवकीनंदन ठाकुर जी भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान कहा "अगर यह नहीं किया तो मंदिरों में पूजा नहीं कर पाएंगे हिंदू" अब इसका क्या अर्थ है वीडियो में देख कर समझे। उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसी का बुरा नहीं करना अपने धर्म की रक्षा करनी है।
हमारे देश में हजारों सालों से संतों और ऋषियों को समाज का पथ प्रदर्शक कहा जाता है। पथ प्रदर्शक वह होता है जो सही रास्ते पर चलने के लिए समाज को प्रेरित करें। उसे सही रास्ता दिखाएं इसी कड़ी में देवकीनंदन ठाकुर जी भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने एक सत्संग कार्यक्रम के दौरान कहा "अगर यह नहीं किया तो मंदिरों में पूजा नहीं कर पाएंगे हिंदू" अब इसका क्या अर्थ है वीडियो में देख कर समझे। उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसी का बुरा नहीं करना अपने धर्म की रक्षा करनी है।