चीनी सेना ने बुधवार को ये दावा किया कि उसने ताइवान के आसपास जिसे चीन अपना बताता है के समुद्र और हवाई क्षेत्र में हाल के दिनों में पेट्रोलिंग की थी।
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एक चीनी सैन्य बयान के अनुसार, "सैनिकों ने अपने प्रशिक्षण और युद्ध की तैयारी में सुधार करना जारी रखा है, और ताइवान के स्वतंत्रता प्राप्त करने के उद्देश्य से किसी भी बाहरी हस्तक्षेप या चाल को विफल कर देंगे।"
चीन ने इस साल कई बार ताइवान में घुसपैठ की है। ताइवान के अधिकारियों के अनुसार, "जनवरी के बाद से चीन की वायु सेना ने ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में अपनी सबसे बड़ी घुसपैठ की है।" ताइवान के हवाई लड़ाके भी चीन के इस हरकत का जवाब देते है।
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चीन ने हाल के वर्षों में गुस्सा दिखाते जताते हुए ताइवान को नियमित तनाव में डालने के लिए ताइवान के रक्षा क्षेत्र में फाइटर जेट्स भेजना शुरू कर दिया है।
ताइवान जो की एक लोकतान्त्रिक देश है को लगातार चीन द्वारा आक्रमण का खतरा है। चीन जो ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है। इतना ही नहीं, इसे बलपूर्वक लेने की धमकी भी देता है।
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चीन तब अमेरिका पर भड़क गया जब अमेरिका ने ताइवान के लिए सेना तक भेजने की बात की। जो बिडेन ने मीडिया को बताते हुए ये साफ़ कर दिया की अमेरिका ने वन चाइना पॉलिसी पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन यह बलपूर्वक किया जाएगा बिलकुल सही नहीं है। जो बिडेन ने कहा कि अमेरिका ने चीन को चेतावनी देता है कि अगर ताइवान पर कोई भी खतरा आता है तो वह सैन्य रूप से ताइवान की रक्षा करेगा ।