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प्रशांत महासागर में अकेला पड़ जाने के बाद, चीन अब कंबोडिया में एक गुप्त नौसैनिक अड्डे का निर्माण करना चाहता है। चीन प्रशांत महासागर में क्वाड की दखल के बाद से ही परेशान चल रहा है। चीन, जो खुद को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पेश करना चाहता है को कई छोटे देशों ने ठेंगा दिखा दिया है। अब चीन अपने घटते प्रभुत्व को दुबारा बढ़ाना चाहता है इसलिए उसने एक गुप्त नौसैनिक अड्डे का निर्माण करने का सोचा है।
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हालांकि चीनी और कंबोडिया सरकार दोनों ने नए बेस की संभावना से इनकार किया है। दक्षिण पूर्व एशिया में चीन की सैन्य उपस्थिति का विस्तार करने वाले इस बेस का निर्माण कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा। कंबोडिया में यह आगामी बेस मलक्का जलडमरूमध्य (दो समुद्रों या पानी के दो अन्य बड़े क्षेत्रों को जोड़ने वाला पानी का एक संकीर्ण मार्ग) के पास चीनी सैन्य प्रभाव को भी बढ़ाएगा। यह वैश्विक व्यापार के लिए एक प्रमुख अवरोध बिंदु है क्योंकि यह हिन्द और प्रशांत महासागरों को जोड़ता है।
इंडो-पैसिफिक चीन के नेताओं के लिए एक महत्वपूर्ण टुकड़ा है।चीन इंडो पैसिफिक में अपना प्रभुत्व बनाना चाहता है और उसका मानना ऐसा कर के रहेगा। चीन की तानाशाही के कारण अब दक्षिण कोरिया भी क्वाड का पार्ट बनना चाहता है।क्योंकि जिस तरह क्वाड ने चीन की नींद उड़ाई है ये देखते हुए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति क्वाड से जुड़ना चाहते है और इसके लिए उन्होंने कई बार बयान भी दिया है।