कश्मीर में G20 शिखर सम्मेलन,भारत है तैयार

NCI
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केंद्र-शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर अब 2023 में G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। G20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का एक प्रभावशाली समूह है जो दुनिया की को एक साथ लाता है।इस बार जम्मू और कश्मीर में शिखर सम्मेलन जनवरी 2023 आयोजित होने की संभावना है।

अगस्त 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 वापस लिए जाने और दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित होने के बाद जम्मू और कश्मीर में यह पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन होगा। कश्मीर घाटी में राजनीतिक दलों ने इस कदम का स्वागत किया है। ''

निश्चित रूप से जी20 शिखर सम्मेलन न केवल केंद्र शासित प्रदेश के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। यह विदेशों में होता था और अब भारत में हो रहा है। और भारत में भी कश्मीर में हो रहा है।

ये समूह व्यापार योजनाओं पर चर्चा करता हैं और फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे सभी मजबूत राष्ट्र इसका हिस्सा हैं। ये पाकिस्तान को करारा जवाब के तौर पर भी देखा जा रहा है।  पीएम जम्मू-कश्मीर के विकास पर काम करते रहे हैं और यह बात साबित भी हो रही है। 

इससे पहले कश्मीर में हिन्दुओं पर हमले शुरू हो गए थे जिसको लेकर आंदोलन भी हुए। अब ये सम्मलेन एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।

पिछले साल सितंबर में, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल को G20 के लिए भारत का शेरपा नियुक्त किया गया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत 1 दिसंबर, 2022 से G20 की अध्यक्षता करेगा और 2023 में पहली बार G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा।

गुरुवार को जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश के आवास और शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव उस समिति के अध्यक्ष होंगे, जिसे विदेश मंत्रालय से 4 जून के संचार के जवाब में बनाया गया था।

प्रधान मंत्री मोदी ने 2014 से G20 शिखर सम्मेलन में भारत के प्रतिनिधित्व का नेतृत्व किया है। भारत 1999 में अपनी स्थापना के बाद से G20 का सदस्य रहा है।

MEA के अनुसार, G20 दुनिया की 19 प्रमुख  अर्थव्यवस्थाओं और यूरोपीय संघ को एक साथ लाता है, जिसके सदस्य वैश्विक जीडीपी का 80 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत और दुनिया भर की आबादी का 60 प्रतिशत हिस्सा हैं।

G20 सदस्य राष्ट्र अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं।

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