उदयपुर में ग्राहक बनकर आए एक विशेष समुदाय के व्यक्ति ने जो किया उस की चौतरफा आलोचना हो रही है। कन्हैया लाल दर्जी का काम करते थे, अपनी कलाकारी से लोगों के तन रखते थे। उन्हें क्या पता था कि एक दिन कोई कपड़े सिलवाने के बहाने आएगा और उन्हें ही कफन पहना कर चला जाएगा।
कन्हैयालाल मेहनत करके अपने परिवार का गुजारा करते थे, अब वह नहीं रहे तो सबके दिमाग में एक बात बता रही थी कि अब उनके परिवार का क्या होगा। दुखों का पहाड़ तो टूटा ही लेकिन गुजर-बसर कैसे होगा। लेकिन उनके परिवार के लिए पूरा हिंदू समाज एक हो गया। आज से पहले ऐसा देखने को नहीं मिला था।
भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने कन्हैया लाल के परिवार के लिए सहायता राशि जुटाई। और आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि सिर्फ 24 घंटे में हिंदू समाज ने इतनी बड़ी राशि को जुटा लिया। इस फंड के इतनी जल्दी जुड़ने के जो मायने हैं। पहला, हिंदू समाज कन्हैया लाल के परिवार के साथ एकजुट होकर खड़ा है। उसके दुख को अपना दुख मान रहा है। और दूसरा बात, पूरा हिंदू समाज इस घटना से स्तब्ध है कि कैसे कोई ग्राहक बनकर ऐसी विभक्त घटना को अंजाम दे सकता है।
जिस ग्राहक को भारतीय संस्कृति में भगवान का दर्जा दिया जाता है उसी ग्राहक ने पल भर में सब कुछ छीन लिया। हम यह नहीं कहते कि सभी एक जैसे होते हैं। देश में सभी मिलजुल कर रहते हैं और रहेंगे भी लेकिन उचित यही होगा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। ऐसी घटना सिर्फ समाज में जहर फैलाने का काम करती हैं। शांति और सद्भाव में ही हमारी उन्नति है और देश की उन्नति है। भारत की उन्नति से जलने वालों की कमी नहीं है लेकिन हमें अपनी एकता से ऐसे लोगों को करारा जवाब देना होगा। हमें उन्हें बताना होगा कि देश के लोग एक हैं यहां ऐसा जहर नहीं खेलेगा।