नोएडा एक उभरता हुआ शहर है। दुनिया के मैप में नोएडा शहर को जाना जाता है। दूर- दूर से यहां लोग काम के सिलसिले में आते है। उत्तर प्रदेश के लिए नोएडा एक गर्व की तरह है। अगर कभी उत्तर प्रदेश को अपना सबसे विकसित शहर दिखाना हो तो वह शायद नोएडा ही होगा। लेकिन इसी शहर में जब ये देखा जाता है की लोग सड़क पार करने के लिए फुट ओवर ब्रिज का इस्तेमाल न कर के जान जोखिम में रख कर सड़क पार कर रहे है, ये बहुत ही निंदनीय है।
ऐसा ही कुछ नोएडा के सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन के पास देखा गया। इसमें लोगों की भी अधिक गलती नहीं क्योंकि शेयरिंग ऑटो और इ-रिक्शा ही उनको गलत स्थान पर उतारती है, और जिस जगह ये शेयरिंग ऑटो और ई - रिक्शा खड़े होतें है वह भी सही जगह नहीं है।लोगों को मजबूरी में बीच से सड़क पार करना पड़ता है। आस- पास कोई ट्रैफिक पुलिस भी नहीं दिखाई देतें है।
हमारे संवाददाता ने कुछ लोगों से बात की और पूछा की "जब फुटओवर ब्रिज बना है तो जान को जोखिम में रख कर आप सड़क क्यों पार करते हैं।" सबका लगभग यही कहना था की "शेयरिंग ऑटो और इ-रिक्शा उन्हें यहीं उतारती है वो बैठाते मेट्रो बोल कर है लेकिन मेट्रो पर छोड़ते नहीं बल्कि बीच सड़क पर उतार देते हैं और कहते है आगे नहीं जाएंगे। कई बार तो लोगों ने बहस भी की है।"
आप ऊपर दिए फोटो में देख सकते हैं की किस तरह लोग अपनी जान जोखिम में रखकर सड़क पार कर रहें है और सिर्फ व्यस्क ही नहीं (3 नंबर फोटो) इसमें छोटे बच्चे (4 नंबर फोटो) भी शामिल है। उम्मीद है की कोई अनहोनी न हो और समय पर इसका निवारण हो। आप ये भी देख सकते हैं की (फोटो 1 और 2 में) किस जगह शेयरिंग ऑटो और ई - रिक्शा खड़े होतें है ठीक उसी जगह सवारी उतरी जाती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार 100 ऑटो ड्राइवर्स पर मीटर न होने के कारण जुर्माना लगाया गया है। मीटर न होने की समस्या बहुत पहले से ही नोएडा के लोग झेल रहे थे।