उत्तर प्रदेश। देश में कल का दिन पत्थरबाजी की भेंट चढ़ गया। उत्तर प्रदेश भी इससे अछूता नहीं रहा। उत्तर प्रदेश में कानपुर के बाद अब कुछ और शहरों में हिंसा की खबर मिली जिसमें प्रयागराज शहर का नाम शामिल था। प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि करीब 5000 अज्ञात और 70 नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।
हिंसा के बाद योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दे दिया है। अभी पूरे प्रदेश में शांत बनी हुई है।
सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर ने बताया की "कम्युनिकेशन चैनल हमारे पहले से स्थापित थे फिर दोबारा हम स्थापित करेंगे और हम बता दें कि बार-बार समझाने के बाद भी, बैठक के बाद भी, यदि कोई हिंसा का काम करता है तो हमें मजबूरी में सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी और इसी क्रम में आज 45 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और आगे भी सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने आगे कहा की "कोई
अपना विरोध दर्ज करना चाहता है तो वह ज्ञापन के माध्यम से मजिस्ट्रेट को यह
दे सकता है लेकिन इस तरह जुलूस के फॉर्म में जाना बिना किसी परमिशन के यह
अलाउड नहीं है तो इसलिए गिरफ्तारियां की गई।
उन्होंने आगे ये भी कहा की "हमारे कम्युनिकेशन
चैनल पहले से ही स्थापित थे लेकिन फिर भी जैसे शुक्रवार की नमाज के बाद
इतनी भीड़ निकल कर आई है लगता है कि कुछ लोगों ने इसमें प्लानिंग की थी
इनको हमने आईडेंटिफाई किया है।
"पीएफआई का इंवॉल्वमेंट अभी तक सामने नहीं आया है पर हम इसे नजरअंदाज नहीं सकते जितने भी चरमपंथी संगठन है उन सबके इंवॉल्वमेंट को हम जांच कर रहे हैं। विभिन्न माध्यम से, सर्विलांस के माध्यम से और इंटेलिजेंट के माध्यम से भी जो भी इसमें प्रमुख रहे हैं उन सब पर हम सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे।"
उत्तर प्रदेश में अभी इन हिंसाओं के बाद में और भी ज्यादा गिरफ्तारियां हो सकती है।