प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे कहते हैं "2008 में एक वैश्विक आर्थिक संकट और मंदी थी। भारत में नीतिगत समस्या का माहौल था। लेकिन, उस समय गुजरात फिनटेक के क्षेत्र में नए और बड़े कदम उठा रहा था। मुझे खुशी है कि आज यह विचार इतना आगे बढ़ गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा "भारत अब संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और सिंगापुर जैसे देशों के साथ खड़ा है जहां से वैश्विक वित्त को दिशा दी जाती है। आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आज भारत में रिकॉर्ड विदेशी निवेश आ रहा है।"
उन्होंने आगे कहा "आज 21वीं सदी में वित्त और प्रौद्योगिकी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। और जब प्रौद्योगिकी, विज्ञान और सॉफ्टवेयर की बात आती है, तो भारत के पास एक बढ़त और अनुभव है। आज पूरे विश्व में रीयल-टाइम डिजिटल भुगतान में अकेले भारत का 40% हिस्सा है।"
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा की "पिछले 8 वर्षों में, देश ने वित्तीय समावेशन की एक नई लहर देखी है। यहां तक कि गरीब से गरीब भी औपचारिक वित्तीय संस्थानों में शामिल हो रहे हैं। आज, जब एक बड़ी आबादी वित्त में शामिल हो गई है, यह समय की मांग है कि सरकारी संगठन और निजी खिलाड़ी एक साथ आगे बढ़ें।"