अभी कुछ दिन से लगातार आप मीडिया रिपोर्ट्स में देख रहे होंगे कि झारखंड के कई स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी हो रही थी पूर्णविराम ऐसा कहा जा रहा था कि जहां पर मुस्लिम आबादी ज्यादा थी वहां इस तरह का चलन होता जा रहा था। यह खबर जब मीडिया में आया तो वायरल हो गया। इस पर सवाल उठाए गए कि जब भारत को सेक्यूलर कहा जाता है तो ऐसा कैसे हो सकता है। कुछ संगठनों ने यहां तक कहा कि देश में सेकुलरिज्म का ठेका सिर्फ हिंदुओं ने उठाया हुआ है और भी तरह-तरह की बातें की गई।
मामला बढ़ने पर झारखंड सरकार हरकत में आई है और आदेश दिया गया है कि उर्दू स्कूलों को छोड़कर झारखंड के सभी स्कूलों में रविवार को ही साप्ताहिक अवकाश होगा चाहे वह स्कूल मुस्लिम बहुल क्षेत्र में ही क्यों ना हो। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा ने इसे सख्ती से लागू कराने का आदेश भी दिया है सभी उपायुक्तों को यह आदेश भेज दिया गया है। उन्होंने सभी उपायुक्तों को पत्र लिखकर कहा है कि जो भी स्थानीय लोग या शिक्षक राज्य सरकार के आदेश के विरुद्ध शुक्रवार को स्कूल बंद कर आते हैं तो उन पर एफ आई आर दर्ज करवाई जाएगी।
देखा जा सकता है कि शासन प्रशासन इसे गंभीरता से ले रहा है। यह भी कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि दोबारा शुक्रवार को अवकाश शुरू ना हो।