मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इन दिनों जर्मनी के प्रवास पर हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को प्रोत्साहन देना और जर्मनी के औद्योगिक व तकनीकी विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए प्रदेश को विकास की नई दिशा देना है। उन्होंने शुक्रवार को स्टटगार्ट स्थित लैप ग्रुप की फैक्ट्री का भ्रमण किया, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। लैप ग्रुप के अध्यक्ष एंड्रियास लैप, मैथियास लैप और एग्जीक्यूटिव बोर्ड के सदस्य ह्युबर्टस ब्रियर ने उन्हें ग्रुप की गतिविधियों और परियोजनाओं की जानकारी दी। यह जर्मनी के साथ मध्य प्रदेश के उद्योगों के रिश्तों को मजबूत करने का महत्वपूर्ण कदम था।
डॉ. यादव ने बताया कि जर्मनी की तकनीकी विशेषज्ञता और संसाधन-संरक्षण की विशेषता को मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास में शामिल किया जा सकता है। उनका मानना है कि संसाधनों और श्रम का मितव्ययी (efficient) उपयोग करने की जर्मन तकनीक से प्रदेश को नई संभावनाओं की ओर अग्रसर किया जा सकता है। लैप ग्रुप ने पहले ही बेंगलुरु के बाद मध्य प्रदेश को अपने व्यवसाय का केंद्र बनाकर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रदेश में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण है।
डॉ. यादव ने यह भी बताया कि मध्य प्रदेश की भौगोलिक स्थिति इसे देश के उद्योग जगत के लिए आदर्श बनाती है। प्रदेश देश के केंद्र में स्थित है, जिससे उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम के बीच आवागमन सुगम हो जाता है। यह स्थिति दक्षिण एशिया सहित अन्य महाद्वीपीय क्षेत्रों तक भी व्यापार और व्यवसाय को सरल बनाती है। इस प्रकार, मध्य प्रदेश की भौगोलिक और परिवहन क्षमताएं उसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती हैं।
मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान जर्मनी के निवेशकों और उद्योग समूहों को फरवरी 2025 में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने जोर दिया कि इस समिट के माध्यम से निवेशक मध्य प्रदेश की औद्योगिक और व्यावसायिक क्षमताओं को समझ पाएंगे। डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता, खनिज संपदा, कुशल मैनपॉवर, बेहतर अधोसंरचना, उद्योगों के लिए अनुकूल नीतियां और नवाचार को प्रोत्साहन देने वाला प्रशासनिक ढांचा मौजूद है।
डॉ. यादव ने अपनी यात्रा के दौरान जर्मनी के विभिन्न उद्योग समूहों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आर्थिक सुदृढ़ीकरण और सम्पन्नता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जर्मनी ने अपनी क्षमताओं और तकनीकी कौशल से विश्व में एक विशिष्ट स्थान प्राप्त किया है। कठिन दौरों के बावजूद, जर्मनी ने अपनी सक्षमता और नवाचार (innovation) के माध्यम से आर्थिक और औद्योगिक मजबूती हासिल की है।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में मैक्समूलर द्वारा वेदों के अनुवाद और जर्मन विद्वानों द्वारा भारतीय पुरातत्व और संस्कृति के अध्ययन का उल्लेख करते हुए कहा कि इन प्रयासों ने जर्मनी को भारतीयता से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि जर्मनी और मध्य प्रदेश की साझेदारी से दोनों पक्षों को वैश्विक स्तर पर औद्योगिक और व्यावसायिक लाभ मिलेगा। जर्मनी के निवेशकों और उद्योग समूहों ने भी मध्य प्रदेश में अपनी गतिविधियों का विस्तार करने में रुचि दिखाई है।
डॉ. यादव ने इस यात्रा के दौरान स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार औद्योगिक विकास और निवेश प्रोत्साहन के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में उद्योग स्थापना का बेहतर माहौल बना है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े निवेशक मध्य प्रदेश को एक आशाजनक निवेश गंतव्य के रूप में देख रहे हैं।
डॉ. यादव ने युवाओं के कौशल विकास और रोजगार सृजन को भी अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। इससे न केवल वे अपने परिवारों के लिए बल्कि प्रदेश और देश की प्रगति में भी योगदान दे सकेंगे। जर्मनी की तकनीकी विशेषज्ञता के साथ साझेदारी से मध्य प्रदेश के युवाओं को कौशल उन्नयन और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
डॉ. यादव ने यह भी बताया कि ग्रीन एनर्जी, एमएसएमई, भारी उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में जर्मनी और मध्य प्रदेश के बीच बेहतर सहयोग की संभावनाएं हैं। लैप ग्रुप ने मध्य प्रदेश में अपनी गतिविधियों को आरंभ कर अन्य जर्मन उद्योग समूहों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है। डॉ. यादव ने यह भी कहा कि राज्य सरकार निवेश प्रोत्साहन के लिए अपनी नीतियों में सुधार के लिए सदैव तत्पर है।
जर्मनी में डॉ. यादव की यह यात्रा केवल निवेश को प्रोत्साहन देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मध्य प्रदेश और जर्मनी के बीच लंबे समय तक औद्योगिक और सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मध्य प्रदेश में भरपूर संसाधन और कुशल मैनपॉवर मौजूद हैं, जो जर्मनी की तकनीकी विशेषज्ञता के साथ मिलकर प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
इस यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश को वैश्विक निवेश का एक प्रमुख केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह यात्रा न केवल प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ावा देगी, बल्कि जर्मनी जैसे देशों के साथ संबंधों को भी और प्रगाढ़ करेगी।