खंडवा, मध्य प्रदेश में गुरुवार देर रात एक मशाल जुलूस के दौरान अचानक आग भड़क उठी, जिससे 50 से अधिक लोग झुलस गए। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जिनके चेहरे और हाथों पर गंभीर चोटें आई हैं। लगभग 30 लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां 12 को भर्ती किया गया, जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। बाद में उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल लिया।
यह मशाल जुलूस राष्ट्र भक्त वीर युवा मंच द्वारा आतंकवाद के खिलाफ जनमत संग्रह के लिए आयोजित किया गया था, जिसका नेतृत्व हिंदूवादी नेता अशोक पालीवाल कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन बड़ाबम चौक पर किया गया था, जिसमें हैदराबाद के विधायक टी. राजा और सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया इलाही खान मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए थे। इस अवसर पर आतंकी हमलों में शहीद हुए सिपाही, अधिवक्ता और बैंककर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई तथा उनके परिवारों का सम्मान किया गया।
रात 11 बजे शुरू हुए इस मशाल जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और युवा शामिल थे। जुलूस का समापन घंटाघर चौक पर हो रहा था, तभी मशालें रखते समय कुछ मशालें उलट गईं, जिससे आग भड़क उठी। बताया जा रहा है कि मशालों में लकड़ी का बुरादा और कपूर का चूरा भरा हुआ था, जो अत्यधिक ज्वलनशील होते हैं। इसके कारण आग तेजी से फैल गई और वहां मौजूद लोग उसकी चपेट में आ गए।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय के अनुसार, "मशाल लेकर लोग घंटाघर पहुंचे ही थे कि मशालों को समापन कंटेनर में डालने के दौरान कुछ मशालें पलट गईं और उनके कैमिकल और बुरादे में आग भभक गई। एक के बाद एक मशाल में आग भभकने से लोग झुलस गए।" प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आग भड़कने से पीछे मशाल लेकर खड़ी भीड़ मशालों को फेंककर भागने लगी। इस दौरान महिलाएं और बच्चे सड़क पर गिर गए, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग तेजी से भागते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस ने तत्परता से मोर्चा संभाला और स्थिति को नियंत्रित किया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को सख्त करने का आश्वासन दिया है।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने शहर में शोक की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय नागरिकों ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है और प्रशासन से मांग की है कि ऐसे आयोजनों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।