Shri Krishna Festival: आयोजन मन को आनंदित कर देता है

NCI

Shri Krishna Festival

 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को आलीराजपुर जिले के आदिवासी बहुल गांव रिंगोल स्थित लाडीवरिया फलिया में श्रीकृष्ण प्रणामी धर्म महोत्सव 2024 में भाग लिया। इस पांच दिवसीय आयोजन में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस महोत्सव का दिव्य वातावरण और धार्मिक आस्था से ओतप्रोत आयोजन मन को आनंदित कर देता है। उन्होंने गुरुजी नटवरलालदास जी भट्ट की स्मृति में स्थापित मूल मिलावा के दर्शन कर परिक्रमा की और इस पवित्र स्थल को आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक बताया। मुख्यमंत्री ने मंच पर गुरु गादी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।


कार्यक्रम में शामिल होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन मानव जीवन के लिए प्रेरणादायक है। उनके जन्म से लेकर उनकी लीलाओं तक, हर घटना सिखाती है कि सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने से कष्ट तो आते हैं, लेकिन अंततः विजय होती है। श्रीकृष्ण के मोर मुकुट धारण करने की परंपरा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह मुकुट केवल उनके आनंद का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह समाज की एकता और पहचान को भी दर्शाता है। उन्होंने बताया कि राज्य शासन ने स्कूली पाठ्यक्रम में श्रीकृष्ण की लीलाओं को शामिल करने का निर्णय लिया है, ताकि बच्चे उनके जीवन और शिक्षाओं से प्रेरणा ले सकें।


मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में गीता के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भगवद्गीता कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग का अद्भुत संगम है, जो मानव जीवन के हर पहलू को गहराई से प्रभावित करती है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य के सभी नगरीय क्षेत्रों में गीता भवनों की स्थापना की जाएगी, ताकि समाज में गीता के आदर्शों का प्रचार-प्रसार हो सके।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पटलिया समाज के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत समाजजन अब गुजरात स्थित नवतनपुरी धाम जामनगर, महामंगलपुरी धाम सूरत और मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में स्थित मुक्ति पीठ पद्मावतीपुरी धाम की यात्रा कर सकेंगे। इस घोषणा से समाज के लोगों में उत्साह का माहौल था।


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद और स्वतंत्रता सेनानी परथिया बाबा की धरती को नमन किया। उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए भी कई घोषणाएं कीं। बरझर क्षेत्र में पुलिस थाने की स्थापना और बोरकुंडिया में बिजली ग्रिड की स्थापना की जाएगी। साथ ही, चंद्रशेखर आजाद नगर विकासखंड क्षेत्र में लगभग 28 किलोमीटर सड़कों के निर्माण की भी घोषणा की। उन्होंने इन परियोजनाओं के जरिए क्षेत्र के विकास को गति देने का संकल्प जताया।


मुख्यमंत्री ने महोत्सव में गुरुजी नटवरलालदास भट्ट की स्मृति में रखे गए 216 ग्रंथों, जैसे स्वरूप साहेब, वित्तक साहेब, ब्रह्मवाणी आदि के पाठ का उल्लेख किया और इसे धार्मिक अनुयायियों के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि इन ग्रंथों का पाठ और इनसे प्राप्त ज्ञान मानव जीवन को एक नई दिशा प्रदान करता है। उन्होंने श्रीमद भागवत कथा और ब्रह्मज्ञान जैसे आयोजनों को समाज को आध्यात्मिक मार्ग पर ले जाने का माध्यम बताया।


श्रीकृष्ण प्रणामी धर्म महोत्सव के आयोजनकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। उन्हें वृहद पुष्पमाला पहनाई गई और पारंपरिक साफा पहनाकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही, आलीराजपुर जिले की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाते हुए उन्हें चांदी के कड़े भेंट किए गए। मुख्यमंत्री ने आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि इस महोत्सव ने न केवल धर्म और संस्कृति का प्रचार किया है, बल्कि समाज को एकजुट करने का भी काम किया है।


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण के जीवन के विविध पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके जीवन से हमें सत्य, धर्म और समर्पण की शिक्षा मिलती है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने अपने जीवन के हर चरण में यह दिखाया कि कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए भी सच्चाई के मार्ग पर डटे रहना ही सही जीवन जीने का तरीका है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन और उनकी लीलाएं हर आयु वर्ग के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।


मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रिंगोल के विकास और क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कई नई योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने क्षेत्र में सड़क निर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही। साथ ही, उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।


इस आयोजन में श्रीकृष्ण प्रणामी धर्म के रश्मिकांत भट्ट महाराज, स्वामी राज दास महाराज, महेंद्र प्रसाद महाराज, अनुसूचित जाति कल्याण विभाग मंत्री नागर सिंह चौहान, जोबट विधायक सेना महेश पटेल, रतलाम संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद गुमान सिंह डामोर, पूर्व विधायक माधौसिंह डावर और जनपद अध्यक्ष इंदर सिंह डावर सहित बड़ी संख्या में पटलिया समाज के लोग उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि श्रीकृष्ण प्रणामी धर्म महोत्सव के माध्यम से समाज को धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता से जोड़ने का जो प्रयास किया जा रहा है, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज को नई दिशा देने और उसे एकजुट करने का भी काम करता है। उन्होंने महोत्सव के सफल आयोजन के लिए आयोजनकर्ताओं को शुभकामनाएं दीं।


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