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South Korea to Build World's Largest AI Data Center! |
यह एक ऐतिहासिक क्षण है जब दक्षिण कोरिया वैश्विक तकनीकी क्षेत्र में अपनी पहचान और मजबूती को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए दुनिया के सबसे बड़े AI डेटा सेंटर के निर्माण की योजना बना रहा है। यह परियोजना तकनीक, आर्थिक विकास और नवाचार (innovation) की दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस विशाल डेटा सेंटर का निर्माण सर्दियों 2025 में शुरू होने की संभावना है और इसका प्राथमिक उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के लिए एक उच्च स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करना है जो दुनिया भर के बड़े कॉर्पोरेशनों, डेवलपर्स और हाइपरस्केलर्स (hyperscalers) की जरूरतों को पूरा करेगा।
यह डेटा सेंटर दक्षिण कोरिया के जिओलनाम-डो (Jeollanam-do) प्रांत में स्थापित किया जाएगा और इसकी शुरुआती वार्षिक आय $3.5 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। इस मेगा-प्रोजेक्ट का नेतृत्व फीर हिल्स (Fir Hills) कर रही है, जो कि कैलिफोर्निया स्थित स्टॉक फार्म रोड, इंक. (Stock Farm Road, Inc. - SFR) की एक शाखा है। SFR की स्थापना एलजी (LG) समूह के उत्तराधिकारी ब्रायन कू (Brian Koo) और डॉ अमीन बद्र-एल-दीन (Amin Badr-El-Din) ने की थी। डॉ बद्र-एल-दीन तकनीक, ऊर्जा और वैश्विक सार्वजनिक-निजी भागीदारी (public-private partnerships) के क्षेत्र में कई सफल परियोजनाओं के लिए जाने जाते हैं।
डॉ बद्र-एल-दीन के अनुसार, यह परियोजना केवल एक तकनीकी उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह दक्षिण कोरिया को वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी प्रौद्योगिकी राष्ट्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस डेटा सेंटर के माध्यम से न केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में क्रांति लाई जाएगी, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यधिक फायदेमंद साबित होगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि 2030 तक डेटा सेंटर सेवाओं का वैश्विक बाजार $438.3 बिलियन तक पहुंच जाएगा और इस संदर्भ में दक्षिण कोरिया का यह 3 गीगावाट क्षमता वाला डेटा सेंटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यह परियोजना अकेले अपने पहले चरण में ही $10 बिलियन से अधिक की होगी और इसके विस्तार की संभावनाएं $35 बिलियन तक बढ़ सकती हैं। 2028 तक इस विशाल डेटा सेंटर के निर्माण के पूरा होने की संभावना है। इसकी 3 गीगावाट क्षमता इसे दुनिया का सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर बनाएगी। इस केंद्र में नवीनतम शीतलन तकनीकों (advanced cooling infrastructure), उच्च स्तरीय फाइबर बैंडविड्थ (cutting-edge fiber bandwidth) और अचानक बढ़ने वाले ऊर्जा लोड (sudden energy load variations) को प्रबंधित करने की क्षमता होगी। इससे यह सेंटर वैश्विक स्तर पर उच्च प्रदर्शन करने वाले एआई मॉडल्स और बड़ी मात्रा में डेटा प्रोसेसिंग के लिए सबसे उपयुक्त होगा।
इस परियोजना का प्रभाव केवल तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे व्यापक आर्थिक और औद्योगिक विकास भी होगा। जिओलनाम-डो प्रांत में स्थित यह सेंटर सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से 10,000 से अधिक नौकरियां प्रदान करेगा। इन नौकरियों में ऊर्जा आपूर्ति एवं भंडारण (Energy Supply and Storage - ESS), नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन, उपकरण निर्माण (equipment manufacturing) और अनुसंधान एवं विकास (Research & Development - R&D) जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल होंगे। यह डेटा सेंटर दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम देगा और देश की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को मजबूत करेगा।
ब्रायन कू के अनुसार, यह केवल एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि यह डिजिटल औद्योगिक क्रांति (Digital Industrial Revolution) के नए युग की शुरुआत है। कू ने एशिया की प्रमुख कंपनियों की तकनीकी क्षमताओं को करीब से देखा है और उन्हें विश्वास है कि यह परियोजना दक्षिण कोरिया और पूरे क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। इस परियोजना की सफलता अन्य देशों के लिए भी एक उदाहरण साबित हो सकती है, जिससे वैश्विक स्तर पर एआई और डेटा सेंटर उद्योग में नई संभावनाएं खुल सकती हैं।
SFR की दीर्घकालिक योजना केवल इस एक डेटा सेंटर तक सीमित नहीं है। अगले 18 महीनों में, कंपनी अमेरिका, यूरोप और एशिया में और अधिक एआई इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की शुरुआत करने की योजना बना रही है। SFR की विशेषज्ञता 'एनर्जी-टू-इंटेलिजेंस' (Energy-to-Intelligence - e2i²) में है, जिसके माध्यम से पारंपरिक ऊर्जा अवसंरचना (traditional energy infrastructure) को अत्याधुनिक एआई प्लेटफॉर्म्स में बदला जाता है। इस तकनीक की मदद से एआई डेटा सेंटर अधिक ऊर्जा-कुशल (energy-efficient) और उच्च प्रदर्शन करने वाले बन सकेंगे।
दक्षिण कोरिया हाल के वर्षों में एक तकनीकी महाशक्ति बनकर उभरा है। सैमसंग, एलजी और हुंडई जैसी कंपनियां वैश्विक बाजारों में अपनी मजबूत स्थिति बनाए हुए हैं। अब, इस नए डेटा सेंटर के माध्यम से, दक्षिण कोरिया एआई और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत कर रहा है।
इस परियोजना को सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के सहयोग से सफल बनाया जा रहा है, जो यह दर्शाता है कि सही रणनीतिक साझेदारियों (strategic partnerships) के माध्यम से नवाचार (innovation) को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जा सकता है। इस डेटा सेंटर की स्थापना दक्षिण कोरिया के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी और यह देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था (digital economy) को अगले स्तर तक ले जाने में मदद करेगी।
यह डेटा सेंटर केवल तकनीकी नवाचारों का केंद्र नहीं होगा, बल्कि यह एआई पर आधारित वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास को भी प्रभावित करेगा। इससे दक्षिण कोरिया न केवल एआई के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर होगा, बल्कि इसकी आर्थिक स्थिति भी और अधिक सुदृढ़ होगी। इस परियोजना के माध्यम से एआई और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर में नए मानक स्थापित किए जाएंगे और अन्य देश भी इस मॉडल को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
इस विशाल परियोजना की सफलता यह साबित करेगी कि जब सरकार और निजी क्षेत्र मिलकर एक दीर्घकालिक रणनीति (long-term strategy) अपनाते हैं, तो वे वैश्विक स्तर पर अत्याधुनिक तकनीकों को बढ़ावा देने में सक्षम होते हैं। दक्षिण कोरिया अब केवल एक तकनीकी केंद्र नहीं, बल्कि भविष्य की डिजिटल क्रांति का अगुआ बनने की राह पर है।